Atraulia News : रिपोर्ट : आशीष पांडेय, स्वतंत्र पत्रकार।
अतरौलिया (आज़मगढ़) लॉक डाउन जहां लोग कोरोना महामारी से जूझ रहे हैं वही कुछ लोग ज़मीनों पर अवैध कब्जा करने का गैरकानूनी कार्य कर रहे है। इस अवैध कारोबार में पुलिस और प्रशानिक अधिकारी भी शामिल हैं, जो मूकदर्शक बने हुये हैं।बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र विकास खण्ड अहरौला कठही में जंगल व पोखरी की ज़मीन पर कुछ दबंगो द्वारा अवैध कब्जा किया जा है है। प्रशासन अपाहिज और अंधा बना हुआ है। जबकि शेष की सबसे बड़ी अदालत ने ग्रामीण क्षेत्रों के तालाब, पोखर पर अवैध कब्जा हटवाने के आदेश दिये हुए हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के कारण पिछले डेढ़ साल से तालाब, पोखर, से कब्जा नहीं हट पाया है।
ग्रामीणों द्वारा कब्जे की शिकायत तहसील व जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों से की गयी है। तालाब से अवैध कब्जा हटवाने को प्रशासनिक अधिकारियों ने खूब कागजी घोड़े दौड़ाये। एडीएम से कब्जा हटवाने के आदेश लेखपाल तक पहुंच गया, लेकिन लेखपाल ने बजाय कब्जा हटवाने के कब्जाधारकों से मिलीभगत कर प्रशासन को गलत रिपोर्ट दे दिया। जिसकी शिकायत उपजिलाधिकारी दिनेश मिश्रा से की गयी। बावजूद इसके अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बता दें की कठही ग्रामसभा निवासी सुरेश पुत्र मुनर चौबे द्वारा ग्रामसभा की पोखरी में मिट्टी डालकर पाट कर अवैध कब्जा किया जा रहा है जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कई बार की गयी लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की चुप्पी के कारण अवैध कब्जा करने वाले दबंगो के हौसले बुलंद हैं। गाँव के काली प्रसाद ने इसकी शिकायत कई बार उपजिलाधिकारी व तहसीदार से किया लेकिन उसके बाद भी अवैध कब्जा न तो रोका गया न हीं हटवाया गया। तहसील प्रशासन द्वारा दोषी के खिलाफ कार्यवाही न होने पर काली प्रसाद चुप नहीं बैठे, उन्होंने आजमगढ़ कमिश्नर से भी गुहार लगाया।
कमिश्नर के आदेश के बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा कोई विभागीय कार्यवाही नही हुई। काली प्रसाद शर्मा कहना अगर अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया तो हम ग्रामीण मंगलवार को सुबह 10बजे विरोध प्रदर्शन कर तहसील का घेराव करेंगे। इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी बूढ़नपुर ने बताया कि पोखरी व जंगल की ज़मीन से अवैध कब्जा शीघ्र हटवाया जायेगा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी